मंगलवार, 10 अप्रैल 2012

मूलनिवासी हम निषाद हैं !!

हम हैं जल जंगल के वासी
हम भारत के आदि निवासी
सबसे अलग हैं, निर्विवाद हैं
मूलनिवासी हम निषाद हैं
आपसे क्या मतलब जनाबे आली |

नदियाँ पर्वत हमने छाने
नहीं दासता को हम माने
खुला आसमाँ ठौर हमारा
बागी बीता दौर हमारा
सभी यातनाएं हमें याद हैं
मूलनिवासी हम निषाद हैं
आपसे क्या मतलब जनाबे आली |

हम सागर के पुत्र कहाए
हम जलजीत सदा कहलाये
कुदरत का हर ज्ञान हमें था
प्राकृतिक वरदान हमें था
हम मिटटी में रमें हुए हैं
अपनी जड़ में जमें हुए हैं
खुद ही अपना पानी खाद हैं
मूलनिवासी हम निषाद हैं
आपसे क्या मतलब जनाबे आली |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें