शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017

योगी जी के दौरे से बुंदेले निराश

प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ के झांसी दौरे से प्यासे बुन्देलखण्डी ठगा सा महसूस कर रहे हैं। योगी जी के आगमन से जनमानस आशान्वित था कि प्यासी बुन्देली धरा को कोई बड़ी जलपरियोजना का तोहफ़ा जरूर मिलेगा किन्तु चित्रकूट एवं झाँसी मंडलों के जनपद वासियों को उस समय घोर निराशा हाथ लगी जब मुख्यमंत्री जी ने जलसमस्या से निबटने के लिए दो साल का वक़्त माँगा।
प्यासे पशु चारे की कमी से बेमौत मर रहे हैं। गौ रक्षक हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। तालाब गर्मी की शुरुआत में ही खाली हो चुक हैं। पशुओं के लिए बनाये गए चारा केंद्र सूने पड़े हैं।
मैंने मार्च माह में बुन्देलखण्ड की समस्याओं को लेकर राज्यसभा में संकल्प के जरिये आवाज़ उठाई थी किन्तु एक भी बुन्देली सांसद ने लोकसभा में उक्त मांगो को तवज्जो नहीं दी। केंद्र सरकार मेरी मांग के अनुरूप छोटे छोटे चैक डैम ग्राम सभाओं में बनवाये और इसके लिये चौदहवें वित्त आयोग की धनराशि अतिरिक्त बढ़ाये। साथ ही नलकूप अनुदान की राशि दोगुनी करते हुए शासकीय नलकूपों की संख्या बढ़ाये ।
प्यासे तन और मन को सड़क से नही, संकल्प से जोड़िये। दिल्ली आगरा झांसी तो पहले से ही फोरलेन स्वर्णिम चतुर्भुज से जुड़ा है। उन्हें सड़क नहीं पानी चाहिए , दो साल बहुत ज्यादा हैं जो आपने मांगे हैं।