मंगलवार, 28 फ़रवरी 2012

22 सालों का हिसाब मांग रहे निठल्ले !!

यूपी की जनता को 22 सालों से खटते देख पसीज उट्ठे है राहुल बाबा | हिसाब मांग रहे है 22 सालों का | भावुक हो कर सत्ता परिवर्तन का आह्वान कर बैठे हैं | बख्शो भाई..........तुम्हारे पुरखे 53 सालों से दिल्ली वाली गद्दी हथियाए पड़े हैं | ससुर छोड़ते ही नहीं ,अब तो जुएँ भी पड़ गयीं होंगी दिल्ली वाली गद्दी में | लगता है आपकी पास की नज़र कमज़ोर है राहुल बाबा  तुम्हारे परनाना के हाथ से होती हुयी भारत की मरियल गर्दन आज भी आपकी मौम के हाथो में अटकी है | फटी कमीज में जिन्दगी गुजार रहे आम आदमी पर तरस खाओ भाई | 22 सालों का हिसाब बाद में माँगना ,पहले 53 साल का तो हिसाब दे दो बाबा  | कोई यूपी का आदमी हिन्दुस्तान से बाहर थोड़े रहता है , तुम्हारी वंशमाला की नीतियों से यूपी वाला भी परीशाँ हाल रहा फटीचर रहा सो जिस हाल में भी है आप ही की जूतियों के सदके में हैं | ,ये कांग्रेस के चरणों का ही प्रताप है कि 32 रूपये खर्च कर देने वाला मालदार होगया है |
कोई सूचना अधिकार आज तक ये नहीं बता पा रहा है कि आपका पारिवारिक बिजनेस क्या है ? इतना तो सब जानते हैं कि आपके स्वर्गवासी पिता हवाई जहाज उड़ाकर आपके परिवार का भरण पोषण करते थे | उसके बाद चिरागों में रौशनी न रही ..........न जाने कैसे अब तलक उजाला है |
आखिर कंप्यूटर के ज़माने में आपने मान ही लिया कि आजादी के 65 साल बाद भी आधी आबादी आज भी नंगे पैर हैं, हिन्दुस्तानी आज भी भूखे और नंगे हैं तभी तो आप मुफ्त भोजन देने का ऐलान कर रहे है | भूख चाहे पेट की हो या सत्ता की, आदमी को निठल्ला बना के छोडती है , आप भारतीयों की भूख/कमी  को बखूबी जान गए हैं सो निठल्लों की फौज आपके पास है | जब निठल्ले राज करते हैं तो जूतियें उठाने वालों के भाग खुल जाते हैं चाहे तो तिवारी जी राजभवन वालों से पूछ लो भाई |
 http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120228a_001136009&ileft=-5&itop=227&zoomRatio=276&AN=20120228a_001136009

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2012

फर्जी युवराज को दस्त लगे !!

आज फर्जी युवराज को फिर पागलपन का दौरा पड़ गया | राहुल ने चुनावी सभा में बुधवार को लखनऊ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र को फाड़ दिया । विधान सभा चुनाव में करारी हार देख कर फर्जी युवराज बौखला गया है और नैतिकता ,मर्यादा,शालीनता सब भूल गया |
चुनावी मंच पर घोषणा पत्र फाड़ते हुए राहुल का कहना था कि 40 साल से वादे सुन रहा हूँ कोई भी पार्टी वादे पूरी नहीं करती तो घोषणा पत्र का क्या काम। हम घोषणा पत्र नहीं बनाते बल्कि वादे पूरा करने में यकीन रखते हैं। जबकि समाजवादी मुफ्त बिजली, पानी, रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर रहे हैं l

मैं फर्जी युवराज रौल विन्ची को बताना चाहता हूँ कि झूठे चुनावी वायदों ,राजनैतिक धोखाधड़ी और मतदाता से ठगी की जनक कांग्रेस रही है | झूठे वादे कांग्रेस तब से कर रही है जब फर्जी युवराज पैदा भी नहीं हुआ होगा | देश का सबसे बड़ा झूठा चुनावी वादा इसकी दादी ने किया कि हम दस वर्षों में गरीबी हटा देंगे | आज हाल ये है कि कांग्रेस शासित महाराष्ट्र और आन्ध्र प्रदेश के किसान सबसे ज्यादा आत्महत्याएं गरीबी की वजह से कर रहे हैं | बोफोर्स की दलाली खाकर जवान होने वाला फर्जी युवराज भूल रहा है कि देश के मौजूदा हाल के लिए उसका खानदान ही ज्यादा जिम्मेदार है क्योकि सबसे ज्यादा शासन देश पर कांग्रेस ने ही किया है 54 साल | सो भूख अशिक्षा अपराध,बेरोजगारी पिछड़ापन आदि के लिए कोई दूसरा कैसे जिम्मेदार हो जायेगा |

सपा का घोषणा पत्र सिर्फ वादों की लिस्ट नहीं रोज़ी- रोटी ,शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी जरूरतों और गैर बराबरी मिटा कर संभव बराबरी लाने का लोहिया जी और डॉ अम्बेडकर का सपना है जिसे जनता ने दिल से लगा लिया है और सायकिल वालों को हाथों हाथ ले रही हैं |

शायद यही देख कर फर्जी युवराज को दस्त लग गए

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2012

निष्पक्षता दांव पर : चुनाव आयोग अपनी साख बचाये !!

              चुनाव आयोग एक निष्पक्ष संवैधानिक संस्था है । लोकतंत्र में स्वस्थ एवं निष्पक्ष चुनाव कराने का जिम्मा चुनाव आयोग का ही है । लेकिन चुनाव आयोग की निष्पक्षता उस समय दांव पर लग गयी जब अल्पसंख्यक आरक्षण मामले में देश का सबसे बड़ा झूठ बोलने वाले कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ कार्रवाही करने की हिम्मत आयोग नहीं जुटा पाया। ताज्जुब है ये वही आयोग है जिसने देश विरोधी बयान देने के कारण बाल ठाकरे जैसे स्वच्छंद मानसिकता के व्यक्ति की नाक में डालते हुए उन्हें  मतदाता सूची से लम्बे समय तक बाहर रखा। क्या कानून मंत्री मंत्री देश और चुनाव आयोग से भी ऊपर है ? आयोग की कार्यशैली सवालिया निशान लगा रही है क्योकि अपनी आसन्न हार से बौखलाई कांग्रेस चुनाव बाद राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कर रही है और आयोग सिब्बल , दिग्विजय और सलमान खुर्शीद में ही उलझा है।
             मुस्लिम आरक्षण पर आयोग के ऐतराज के बावजूद मुंहफट सलमान खुर्शीद मुसलिम आरक्षण के लिए आयोग से फांसी चढाने जैसे उत्तेजक बयान देकर आयोग की सत्ता को चुनौती दे रहे है और आयोग बजाय कार्रवाही करने के राष्ट्रपति से गुहार लगा रहा है कमजोरी साबित कर रहा है कि सलमान के खिलाफ वे कार्रवाही करें। जबकि राष्ट्रपति के बारे में सब जानते हैं कि बिना प्रधान मंत्री की सिफारिश के कुछ नहीं होने वाला। अब आयोग की जिम्मेदारी है कि वह अपनी साख बचाये
             सोनिया जी के राष्ट्रीय दामाद की मोटर साइकिल रोकने का साहस करने वाले चुनाव प्रेक्षक को पहले तो अमेठी से हटा कर फिर प्रतीक्षा में तत्पश्चात पुनः तैनात करके आयोग ने अपने ऊपर पद रहे दवाब को झुठलाने की बहुतेरी कोशिश की लेकिन चुनाव आयोग का आचरण अब संदेह के घेरे में है।

सोमवार, 13 फ़रवरी 2012

बसपा में मची भगदड़

विधान सभा चुनाव में बसपा की हार सुनिश्चित देख बसपाइयों ने पार्टी से किनारा करना शुरू कर दिया है | जैसे जहाज डूबने लगता है तो लोग उसमे से कूदने लगते हैं | वैसे ही बसपा में भी भगदड़ मच चुकी है | कारण; जनता का साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा गुस्सा , जिसका सामना करना फिलहाल बसपा के बस की बात नहीं | लूट ,बलात्कार ,गुंडई ,भ्रष्टाचार और घोर स्वजातिवाद के आरोप बसपा को सांस भी नहीं लेने दे रहे | प्रदेश में पांच वर्षों के कार्यकाल में मायावती के नेतृत्व में जिस प्रकार बसपा कार्यकर्ताओं ने जमकर लूट खसोट मचाई और प्रदेश को गहरे गड्डे में डाकने का काम बसपा के नेताओं ने किया तो अब चुनाव में जनता से मुंह दिखाए नहीं बन रहा हैं ।   पिछले एक सप्ताह में ही यानि प्रथम चरण के चुनाव के पश्चात से पूरे प्रदेश में लगभग दो हज़ार से ज्यादा लोग बसपा छोड़ कर अन्य दलों की शरण ले चुके हैं |
दर असल समाज को जातियों में बाँट कर और फिर उनमें फूट डाल कर शासन करने में बसपा सिद्ध हस्त रही है । इसी कारण प्रदेश को जातिवाद की घोर आग में झोंक कर मायावती अपनी और अपने माता पिता की मूर्तियाँ चौराहे चौराहे गाडती रही और समाज विकास को तरसता रहा मायावती ने अपने पांच वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश में एक भी उद्योग नहीं लगाया उल्टा अनेक  उद्योग प्रदेश से पलायन कर गए। मूर्तियों के कमीशन में मस्त मायावती ने उत्तर प्रदेश के विकास को पूरी तरह से नकार दिया । यही वजह है कि मायावती की चुनाव में दुर्गति की शुरुआत होता देख बसपाई अपने दल से निकल भागने लगे हैं। 
आज पूरे प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की लहर हैं और समाजवादी पार्टी अपनी स्पष्ट और जनहितकारी नीतियों की वज़ह सभी दलोंसे निर्णायक बढ़त ले चुकी है | बसपा के गुंडाराज ,जंगलराज ,भ्रष्टाचार और घनघोर जातिवाद से आजिज जनता नेता जी मुलायम सिंह यादव जी की ओर हसरत भरी निगाह से देख रही है। अंतिम चरण के चुनाव के बाद प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनना तय है |

गुरुवार, 9 फ़रवरी 2012

यूपी में टी० ई० टी० घोटाला मायावती की शह पर

           यूपी में बेरोजगारों के साथ किये गए अब तक के सबसे बड़े छल की परतें एक एक कर उधड़ने लगीं है | माध्यमिक शिक्षा निदेशक की गिरफ्तारी से कई राज़ सामने आने के क़यास लगाये जा रहे हैं | अब पंचम तल पर बैठने वाले प्रदेश के सबसे ताक़तवर और मायावती के बेहद करीबी दो अधिकारियों के गिरेबान हाथ में आते ही प्रदेश सरकार की मुखिया का भी जेल जाना तय है | नियम विरुद्ध और नितांत गैरजिम्मेदाराना तरीके से निकाले गए विज्ञापन का जहाँ हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया वहीँ टी० ई० टी० परीक्षा करने का ठेका माध्यमिक शिक्षा विभाग को दिलाने में इसी अधिकारी की प्रबल भूमिका रही | विज्ञापन प्रकाशन के बाद बतौर सचिव मुख्यमंत्री इसने चयन के मानदंड भी चुपचाप बदल डाले | पहले इस परीक्षा को UGC /NET की तरह पात्रता  परीक्षा ही घोषित किया गया था फिर चहेतों को लगवाने और चुनावी मौसम में मोटी कमाई का जरिया बनाने के लिए इस परीक्षा के प्राप्तांकों को ही अंतिम मैरिट मानने का तुगलकी फरमान रातों रात जारी कर दिया गया।रोज़ रोज़ बदलते परीक्षा परिणामों और गलत प्रश्न पत्र ने जहाँ परीक्षा की साख को ठेस पहुंचाई वहीँ शिक्षा विभाग में पसरे मायाजाल को भी नंगा कर दिया | वस्तुतः ये अपने तरह की ऐसी पहली परीक्षा रही जिसमे ईमानदारी की बू  कहीं से भी और जरा सी भी नहीं आई । आयोजकों ने अपनी पौ बारह कर छीछालेदर कराई सो अलग ।
          मेरा व्यक्तिगत सुझाव है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक को सरकारी गवाह बना कर इस घोटाले का परदाफाश करायाजाये तो मायावती का जेल जाना निश्चित है | अन्यथा ऐसा भी हो सकता है कि NRHM घोटाले के आरोपियों डॉ सचान की तरह ये बेचारा भी जेल में ही में मारा जाये ,ठिकाने लगादिया जाये ।
          समाजवादी पार्टी का स्पष्ट मत है कि सत्ता में आते ही इस सम्पूर्ण टी० ई० टी० परीक्षा को निरस्त कर बेरोजगारों की भावना से खेलने वाले खिलाड़ियों को चाहे ,वो कितने ही बड़े क्यों न हों , उनके इस अनैतिक और अश्लील कृत्य की सजा अवश्य देगी |

गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012

अब याद आये बंचित दलित


              चमार जाति को छोड़ कर यूपी की 65  SC  जातियां विकास के लिए मायावती और इसके निष्ठुर जंगली हाथी का मुंह ताकती रहीं | यूपी में दलितों के  प्रमोशन में आरक्षण को खुद सतीश मिश्र के लोगों ने रुकवा दिया | कोर्ट में भी बहन जी के वकील सोते रहे .उनसे कुछ बोलते नहीं बना | घटिया निर्माण का एशियाई रिकार्ड यानि कांसीराम आवास इसके कार्यकर्ताओं ने जबरन कब्ज़ा लिए | दलितों के घर आज भी कच्चे हैं | खटिक, कोरी , बाल्मीकि, पासी, कंजड़, धानुक, हेला, धोबी, गोंड, तुरैहा, खरबार ,मंझवार, बेलदार, बावरिया, ग्वाल, नट, मजहबी आदि गैर चमार वर्ग को आरक्षण के बावजूद माया सरकार में कुछ भी नहीं मिला |
             अपनी जाति को मलाई चटवाने के चक्कर में मायावती ने कोरी जाति के लोगों का SC आरक्षण रुकवा दिया कि ये लोग जुलाहे होते हैं , कोरी नहीं इत्यादि | ये षडयंत्र नहीं तो और क्या है ? यूपी का कोरी समाज आज खून का घूँट पिए बैठा है |
             SC में आरक्षित होते हुए धनगर, खटिक, चिक- चिकवा , पासी , गौड़ ,तुराहा, मंझवार ,बेलदार खरोंट आदि जातियों को कतिपय जनपदों में प्रमाणपत्र तक निर्गत नहीं किये गए |
समता मूलक समाज का ढोंग रचने वाली मायावती ब्राहमणों के लिए तो बेशर्म होकर केंद्र सरकार से आरक्षण मांगती है लेकिन जब 17 पिछड़े वर्गों को SC का लाभ देने की बात आती है तो आंबेडकर महासभा के लोगों को कोर्ट में खड़ा करके स्टे आर्डर ले आती है | ये मायावती का दोगला, दगाबाज़, और राजनैतिक चरित्र हीनता से परिपूर्ण चेहरा है |
             शर्म की बात है कि निजी फायदे में माया की चरण वंदना में लीन सुखदेव राजभर और राम अचल राजभर जैसे स्वार्थी लोग तमाशा देखते रहे और भर - राजभर जातियों की SC आरक्षण सुविधा छीन ली गयी |
              मायावती ने सत्ता की हनक में सत्ता खोर दलित नेताओं की और  प्रमोशन व रूतबा पाने को कुछ भी कर गुजरने वाले अफसरों की ऐसी जमात तैयार की है जो सिर्फ मायावती की जाति के ही हैं और जो येन केन प्रकारेण सत्ता हथियाने की फ़िराक में सम्पूर्ण दलित समाज के विभाजन की ज़मीन पर माया की सत्ता का काला ताज महल बनाने का ख्वाब देख रहे हैं | बाबा साहब के मिशन में तो अब सवर्ण और आरक्षण विरोधी प्राण प्रतिष्ठित हो रहे हैं | मनुवाद के खाद पानी से बाबा साहब आंबेडकर के मिशन को पुष्पित पल्लवित करने का षड्यंत्र और दुस्वप्न देख कर मायावती ने बाबा साहब के उस वक्तव्य पर मुहर लगाने का कार्य किया है जिसमे उन्होंने कहा था कि हमारे मिशन को तोड़ने वाला बाहरी नहीं , हमारे बीच का होगा |
            आज कांसी राम जी यदि जीवित होते निसंदेह आत्महत्या कर लेते और बाबा साहब डा अम्बेडकर तो मायावती को दलितों के फूट डालने का दोषी मानकर मिशन से ही चलता कर देते |

माया का मुनीम आया मुसीबत में !!!

बसपा के भामाशाह साबित हो रहे पोंटी चड्डा को आयकर विभाग ने आखिर निशाने पे ले ही लिया | पोंटी को मुख्‍यमंत्री मायावती बेहद का करीबी माना जाता है। प्रदेश में शराब का सारा कारोबार बजरिये मायावती चड्ढा की कंपनी करती है। वेब सिनेमा के साथ साथ नोएडा- ग्रेटर नोएडा में जाल फैलाए  दर्ज़नों रीयल इस्टेट कम्पनियों का मालिक भी पोंटी ही हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से तुरंत पहले इस तरह की कार्रवाई को माया सरकार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।पोंटी चढ्ढा का उत्तर प्रदेश के ६००० करोड़ के शराब कारोबार पर कब्ज़ा है !पोंटी चढ्ढा के ३००० शराब के आउट लेट है उत्तर प्रदेश में ! पोंटी चढ्ढा के शराब के अड्डों से गैर कानूनी रूप से चुनावो में शराब वितरित हो रही थी साथ ही पैसे भी ! यूपी में पॉन्टी की कंपनी के 3000 से ज्यादा शराब ठेकों से बीएसपी के लिए चुनाव में पैसे बांटे जा रहे हैं। माया के करीबी माने जाने वाले पॉन्टी चड्ढ़ा के पास यूपी के करीब-करीब सभी शराब की दुकानों का ठेका है। इतना ही नहीं यूपी में शराब के दाम प्रिंट रेट से बीस से चालीस रूपये ज्यादा वसूले जा रहे थे वो भी पिछले चार सालों से । पुलिस की नाक के नीचे चलने वाले इस काले कारोबार पर कई बार सदन में हंगामा भी हो चुका है । कई विधायकों ने मायावती पर प्रति शराब बोतल बीस रूपये कमीशन खाने का भी आरोप लगाया था जो कि सालाना साढ़े चार सौ करोड़ होता है ।
मायावती के सरकार में आने के बाद कंपनी रीयल इस्टेट में भी तेजी से पैर पसार रही है।.खासतौर पर सभी की नजरें नोएडा के सेंटर स्टेज मॉल पर हैं जहां पर छापेमारी में 11 तिजोरियां मिली हैं। इन तिजोरियों को काटने के लिए गैस कटर मंगाया गया है। शक है कि इन तिजोरियों में करोड़ों का कैश हो सकता है।
    पोंटी का अब जो भी हश्र  हो , अलबत्ता बहनजी का हलक़ जरूर सूखने लगा है | डगमगा गया है आत्म विश्वास | चुनाव प्रचार में उतरते ही अपशकुन हो गया भाई | बहन जी समेत कइयो को सरकार हाथ से जाने का इतना अफ़सोस नहीं होगा जितना माल समेत मुनीम के पकडे जाने का | आखिर पांच साल की मेहनत की कमाई का सवाल है भाई |





बुधवार, 1 फ़रवरी 2012

बलात्कार पीड़िताओं की मदद में भाजपा और कांग्रेस का महिला विरोधी चरित्र उजागर

बलात्कार पीड़िताओं की मदद में भाजपा और कांग्रेस का महिला विरोधी चरित्र उजागर हो गया है | दुष्कर्म प्रभावित महिलाओं के प्रति ऐसे नेताओं और पार्टियों का नजरिया दुर्भाग्य पूर्ण तो है ही महिलाओं के प्रति उनकी दोयम दर्जे की सोच को भी प्रदर्शित करता है | निसंदेह नेताजी की बलात्कार पीड़ित महिलाओं को सरकारी नौकरियों की मदद की पेशकश स्वागत योग्य है और महिलाओं के प्रति नेताजी की मार्मिकता और संवेदनशीलता को सिद्ध करता है | बसपा शासन काल में हुए ताबड़ तोड़ बलात्कार मामलों में महिलाओं को न्याय तो दूर उनकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हुयी | ज्यादा तर मामलों में बसपा विधायक ही शामिल रहे | हद तो तब हो गयी जब थानों में बलात्कार के मामले सामने आये और दोषियों को बचाने सरकार |
राजनैतिक नफे नुकसान के चक्कर में हम ये क्यों भूल जाते हैं कि विरोध बलात्कार का होना चाहिए न कि दुष्कर्म पीड़ित महिलायों की मदद का | वास्तव में ऐसी महिलायें सहानुभूति की पात्र है | आज भी हमारे रूढ़ीवादी समाज में बलात्कार पीड़ित महिलाओं को उतना मान सम्मान नहीं मिल पता जितना मिलना चाहिए | हमारे संविधान ने भी हमेशा कमज़ोर ,पीड़ित और बहिष्कृत लोगों की सहायता के लिए विशेष प्रावधान किये हैं | इसलिए ऐसी पहल का स्वागत होना चाहिए, न की विरोध | साथ ही बलात्कारियों को कड़ा दंड मिले ये भी सुनिश्चित हो |
प्रायः हर राज्य में बलात्कार पीड़ित महिलाओं को किसी न किसी रूप में मदद दी जाती है | जो कि दो लाख से लेकर पांच लाख रुपये तक है | जिसमे दिल्ली हरियाणा महाराष्ट्र जैसे कांग्रेसी राज्य भी शामिल हैं | हैरत है......... फिर भी कांग्रेस का खुद को देश का सबसे बड़ा वकील बताते नहीं थकने वाला प्रवक्ता टीवी पर मुंह फाड़ फाड़ कर नेता जी की बलात्कार पीड़ित महिलाओं को सरकारी नौकरियों की मदद की पेशकश की हंसी उड़ा रहा है |
              दर असल यही मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस आज तक जनभावनाओं को समझ ही नहीं पाई है और जन सरोकारों से दूर रही है |