नेताजी ने लखनऊ से हुंकार क्या भरी , कांग्रेस की हवा सरक गयी तीसरे मोर्चे का नाम सुनते ही । पता नहीं क्यों .....तीसरे मोर्चे का नाम सुनते ही सबसे ज्यादा एलर्जी कांग्रेसियों को होती है । तीसरे मोर्चे की आहट से कांग्रेस फिर बैचेन हैं । अभी आडवानी जी ने चंद दिनों पहले तीसरे मोर्चे के 2014 में सत्तासीन होने की सम्भावना जताई तो कांग्रेस सदमे में जा पहुंची । लेकिन नेताजी श्री मुलायम सिंह जी ने आज जब तीसरे मोर्चे का आधार बनाना आरम्भ किया तो कांग्रेस को अपना कुनबा चुनाव से पहले ही बिखरता नज़र आया । कोई माने या माने .......जब जब राजनीति में समाजवादी संघर्ष परिभाषित होता है तो कांग्रेस को अपना अस्तित्व उसमे डूबता उतराता नज़र आता है । यहाँ हम लोहिया, जेपी और राजनारायण जी के संघर्षों को प्रमाण मान सकते हैं । डॉ राम मनोहर लोहिया के कांग्रेस विरोध और जनसंघी विचारधारा से सम्यक दूरी बनाकर चलने से देश में सशक्त समाजवादी विचारधारा विकसित हुयी और कांग्रेस से ऊब चुके देशवासियों के मन मस्तिष्क में ताजा हवा के लिए एक नई खिड़की खुली । जैसे जैसे समाजवादी विचारधारा मजबूत होती गयी कांग्रेस क्षीण प्रायः होती गयी ।
आज एक बार फिर देश मनमोहन सिंह जी की उबाऊ और कठपुतली सरकार से आजिज़ होकर समाजवादियों की तरफ देख रहा है । घनघोर घोटालों के आरोपों को झेलते निरंतर खोखली होती जा रही कांग्रेस को भी अब अहसास हो चुका है कि 2014 में वापसी संभव नहीं । उधर भाजपा में भी नेतृत्व को लेकर जूतमपैजार की नौबत है । मोदी का दावा है वो प्रधान मंत्री पद के लिए निर्विकार हैं , वहीँ संघ नीतीश कुमार के साथ है । आडवानी जी अकेले पड़ चुके हैं और अपने अनुभव अपने ब्लाग पर बाँट रहे हैं कि भाजपा चुनाव जीतने की हालत में नहीं । उन्होंने भी सोच समझ कर सत्य ही कहा है कि इस दफा 2014 में तीसरा मोर्चा ही सत्तासीन होगा ,भाजपा या कांग्रेस नहीं |
उत्तर प्रदेश में इस बार समाजवादियों को प्रचंड बहुमत मिला है और लोकसभा चुनाव 2014 की तैयारियों में सबसे अब्बल समाजवादी पार्टी ही है । उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है और यहीं से सबसे ज्यादा सांसद भी चुने जाते हैं जिनके समर्थन से केंद्र की सरकार बनती है | नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव जी भारत वर्ष की राजनीति की तीसरी शक्ति का केंद्र माने जाते है | गैर भाजपाई गैर कांग्रेसी सरकारों में आपका योगदान अप्रतिम रहा है आपने हमेशा सांप्रदायिक शक्तियों से मुकाबला किया है | निश्चित ही यूपी की समाजवादी पार्टी की लोकप्रिय सरकार और जांबाज़ कार्यकर्ताओं के बूते लोकसभा की 60 सीटें जीतना कोई मुश्किल काम नहीं, | एक बार फिर जुझारू समाजवादी कार्यकर्त्ता लक्ष्य 2014 के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के तैयार बैठे है ।
आज एक बार फिर देश मनमोहन सिंह जी की उबाऊ और कठपुतली सरकार से आजिज़ होकर समाजवादियों की तरफ देख रहा है । घनघोर घोटालों के आरोपों को झेलते निरंतर खोखली होती जा रही कांग्रेस को भी अब अहसास हो चुका है कि 2014 में वापसी संभव नहीं । उधर भाजपा में भी नेतृत्व को लेकर जूतमपैजार की नौबत है । मोदी का दावा है वो प्रधान मंत्री पद के लिए निर्विकार हैं , वहीँ संघ नीतीश कुमार के साथ है । आडवानी जी अकेले पड़ चुके हैं और अपने अनुभव अपने ब्लाग पर बाँट रहे हैं कि भाजपा चुनाव जीतने की हालत में नहीं । उन्होंने भी सोच समझ कर सत्य ही कहा है कि इस दफा 2014 में तीसरा मोर्चा ही सत्तासीन होगा ,भाजपा या कांग्रेस नहीं |
उत्तर प्रदेश में इस बार समाजवादियों को प्रचंड बहुमत मिला है और लोकसभा चुनाव 2014 की तैयारियों में सबसे अब्बल समाजवादी पार्टी ही है । उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है और यहीं से सबसे ज्यादा सांसद भी चुने जाते हैं जिनके समर्थन से केंद्र की सरकार बनती है | नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव जी भारत वर्ष की राजनीति की तीसरी शक्ति का केंद्र माने जाते है | गैर भाजपाई गैर कांग्रेसी सरकारों में आपका योगदान अप्रतिम रहा है आपने हमेशा सांप्रदायिक शक्तियों से मुकाबला किया है | निश्चित ही यूपी की समाजवादी पार्टी की लोकप्रिय सरकार और जांबाज़ कार्यकर्ताओं के बूते लोकसभा की 60 सीटें जीतना कोई मुश्किल काम नहीं, | एक बार फिर जुझारू समाजवादी कार्यकर्त्ता लक्ष्य 2014 के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के तैयार बैठे है ।
कांग्रेस लोकसभा में 150 से ऊपर नहीं जाएगी यही हाल भाजपा का भी रहेगा | भाजपा 110 या 125 पर सिमट जाएगी | सारी परिस्थितियाँ समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन पर निर्भर करती हैं | यदि मुलायम सिंह जी के नेतृत्व में सपा 45 - 55 सीट ले आती है तो मुलायम सिंह जी देश के अगले प्रधान मंत्री होंगे |
जवाब देंहटाएंइस दफा 2014 में तीसरा मोर्चा ही सत्तासीन होगा
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